5 ESSENTIAL ELEMENTS FOR SHIV CHALISA LYRICS IN GUJARATI PDF

5 Essential Elements For shiv chalisa lyrics in gujarati pdf

5 Essential Elements For shiv chalisa lyrics in gujarati pdf

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अर्थ- जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥

अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, check here शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।

नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।

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दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई । कमल नयन पूजन चहं सोई ॥

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

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